इन सर्दियों के मौसम में ट्रेनों में यात्रा करने का अनुभव की अलग होता...ट्रेन झूमते हुए चलती बचकानी हरकते करते...उसपे हलकी ठंडी बयार आ जाती जुल्फों को सहलाने...आहा कितना गजब का अनुभव होता अब क्या बताये ....!!!बड़ी तेज़ी में भागते इन सर्द डिब्बो से,
देख कैसे लुका छीपी खेलती हैं बयार..!!
बता रखा हैं शीशों से ना मिलने को,
फिर भी टकरा कर जान दे रही हैं यार..!!
अब जाके कौन समझाए उन्हें कि,
ये खेल रात में नहीं खेलते हैं बार बार..!!
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